जेल में बंद दो कैदियों ने मांगी थी मुंडन की अनुमति, नहीं मिली तो चक्कर अधिकारियों की कर दी पिटाई


इंदौर. सेंट्रल जेल में बंद विनोबा नगर के दो भाईयों ने जेल प्रशासन से अपने मुंडन की अनुमति मांगी। उन्हें अनुमति नहीं मिली तो बौखलाकर बुधवार दोपहर उन्होंने जेल में तैनात दो चक्कर अधिकारियों पर हमला कर दिया। हालांकि वहां पर जेलकर्मी मौजूद थे, जिन्होंने कैदियोें को जमकर सबक सिखाया। उधर जानकारी मिली है कि तिहरे हत्याकांड की आरोपी नेहा ने भी जेल में एक प्रहरी को सोमवार को पीट दिया था। 



सेंट्रल जेल में बंद विनोबा नगर के दो कैदी रोहित पिता राजू मराठा और उसके भाई सागर मराठा की पुलिस व जेल मुख्यालय में शिकायत की गई है। जेल प्रबंधन के अनुसार 3 अगस्त को दोनों भाईयों ने मुंडन करवाने के लिए सहायक जेल प्रहरी दिनेश दांगी से अनुमति मांगी थी। उनकी अनुमति के लिए दांगी ने कोर्ट में अग्रेषित कर दिया था, लेकिन अनुमति नहीं मिली थी। 



बुधवार को  रोहित और सागर दोनों मुंडन की चर्चा कर रहे थे, तभी वहां चक्कर अधिकारी (वरिष्ठ कैदी) कालू पिता धनसिंह और ढेहरिया पिता देवा पहुंचे। इस पर रोहित और सागर ने उन दोनों पर हमला कर दिया। इसके बाद जेलकर्मियों ने दोनों भाईयों को अलग किया और सबक भी सिखाया। अफसरों का कहना है कि दोनों भाईयों को समझा दिया गया है। 



उधर, सोशल मीडिया पर एक और मैसेज वायरल हुआ कि सोमवार को सेंट्रल जेल में बंद तिहरे हत्याकांड की आरोपी नेहा वर्मा ने वहीं पर जेल प्रहरी एक महिला को पीट दिया है। नेहा काफी आक्रोशित रहती है और हमेशा लड़ने को तैयार रहती है। किसी मामूली बात पर उसने प्रहरी पर हमला कर किया था। हालांकि जेल प्रबंधन का कहना है कि नेहा ने ऐसा कोई हमला नहीं किया है। गलत जानकारी वायरल हुई है।



अलार्म बजने से हुआ अलर्ट
उधर, बुधवार को जेल का अलार्म बजने से भी हड़कंप मच गया और एहतियातन सभी कर्मी जेल में पहुंचे। उन्होंने बैरकों की चेकिंग भी की। अफसरों का कहना है कि यह एक रुटीन प्रोसेस है जो 15 से 18 और 30-31 तारीख को की जाती है। पहले अलार्म बजाकर सभी को बुलाया जाता है फिर चेकिंग वगैरह होती है।